प्रमुख बैंकिंग शब्दावली :–
०देयता(liabilty)–वह जो भविष्य में बैंक द्वारा वापस करना है।
०जैसे–जमा(Deposits)
–विभिन्न प्रकार की बचत/लघु बचत योजनाएं।
–बैंक द्वारा लिया गया ऋण।
०संपत्ति(assets)–ऋण, निवेश आदि को प्रदर्शित करती है क्योंकि इनसे बैंक को ब्यास/धन प्राप्त होता है।
०बैंक दर–RBI जिस दर पर वाणिज्यिक बैंकों को दीर्घकालिक ऋण उपलब्ध कराता है।
०रेपो रेट–RBI जिस दर पर वाणिज्यिक बैंकों को अल्पकालिक ऋण उपलब्ध कराता है।
०रिवर्स रेपो दर- वह दर है जिस पर RBI वाणिज्यिक बैंकों से धन उधार लेता है।
०नकद आरक्षित अनुपात(CRR)–बैंकों द्वारा अपनी कुल जमा का कुछ हिस्सा RBI के पास रखना।
०वैधानिक तरलता अनुपात(SLR)–बैंकों द्वारा अपनी कुल जमा का कुछ हिस्सा अपने पास रखना।
०सीमांत स्थायी सुविधा(MSF):
०वह दर है जिस पर बैंक सरकारी प्रतिभूतियों के बदले RBI से रातोंरात धन उधार लेते हैं।
०इसकी दर रेपो रेट से अधिक होती है। ० इसे “रात्रिकालीन ऋण दर(Overnight loan rate)” कहा जाता है।
०खुले बाजार की क्रियाएं(Open Market Operations)–इसके अन्तर्गत RBI सरकारी प्रतिभूतियों का क्रय-विक्रय
करता है।
०आधार दर(Base Rate)- यह वह न्यूनतम दर है जिस पर कोई बैंक अपने ग्राहकों को ऋण दे सकता है।